Ajmer-Jaipur Highway Fire Accident News -Chetna Shrivastava

Ajmer-Jaipur Highway Aciident जयपुर -अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह हुए हादसे ने लोगों का दिल दहला दिया है. हाईवे पर सुबह 5.30 बजे के करीब एक ट्रक ने सीएनजी से भरे ट्रक को टक्कर मार दी. इसके बाद इतना तेज ब्लास्ट हुआ कि उसकी आवाज 10 किलोमीटकर तक सुनाई दी. धुएं का गुबार भी कई किलोमीटर तक देखा जा सका. इतना ही नहीं, कई सारे फ्यूल टैंक फटने की वजह से एक के बाद एक कई विस्फोट हुए. शुरुआती जांच में पाया गया था कि जिस ट्रक की वजह से खौफनाक हादसा हुआ, वह सीएनजी से भरा हुआ था. 

दरअसल, सीएनजी से भरा एक टैंकर भांकरोटा के पास घुमाव पर यू-टर्न ले रहा था. तभी जयपुर की तरफ से आ रहे एक कंटेनर ने उसको टक्कर मार दी. इस टक्कर से वहां गैस का रिसाव होने लगा और यह हादसा हो गया. इस हादसे की चपेट में अब तक 42 लोग आ चुके हैं. इनमें से सात लोगों की मौत हो गई है, जबकि 35 झुलस गए हैं. इसके अलावा, कुल 40 से ज्यादा गाड़ियां जल कर खाक हो गई हैं. आग बुझाने के लिए दमकल की करीब 20 गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद रहीं.

बिजी रूट होने की वजह से कई गाड़ियां थीं मौजूद
जयपुर-अजमेर का यह रूट अजमेर रोड काफी बिजी रहता है. लोग सुबह-सुबह यहीं से ऑफिस-कॉलेज, स्कूल आदि जाते हैं और यहां दिन के लगभग हर घंटे गाड़ियों की भरमार रहती है. जब यह हादसा हुआ, उस समय भी तमाम गाड़ियां हाईवे पर मौजूद थीं, जो ट्रकों टक्कर के बाद अचानक अपनी गति पर काबू नहीं पा सकीं और एक दूसरे से टकराती चली गईं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, हादसे के 300 मीटर के रेडियस में सभी गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं और पूरी तरह से झुलस गईं.

घटनास्थल पर चारों तरफ सामान बिखरा पड़ा हुआ था. लोग बिना दिशा देखे भाग रहे थे और मौके पर भगदड़ मच गई थी. पेट्रोल पंप के बिल्कुल सामने आग का तालाब सा बन गया था, जो और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता था।

इस एक्सीडेंट में यात्री बसें, पिकअप वाहन, कई गाड़ियां और मोटरसाइकिल आदि मौजूद थीं. बसों में से यात्रियों ने तुरंत बस से कूद कर भागना शुरू किया और अपनी जान बचाई. जो भाग सके वो काफी खुशकिस्मत थे, लेकिन यहीं वो लोग भी मौजूद थे जो अपनी गाड़ियों में फंस गए थे. कार और अन्य वाहनों के दरवाजे खोलने की जगह न होने के कारण लोग अंदर फंसे हुए थे, जिसकी वजह से उन्हें भागने का मौका ही नहीं मिला और वे बुरी तरह से झुलस गए. एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 28 लोग बुरी तरह से जख्मी हैं और उनकी हालत बेहद खराब है. 

डॉक्टर्स का कहना है कि जिन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से कई ऐसे हैं जो 80 फीसदी तक जल चुके हैं. उनके बचने की उम्मीदें कम हैं और कंडीशन बेहद क्रिटिकल है. 

गाड़ियों को काट कर यात्रियों को निकाला गया
पुलिस और दमकल विभाग की टीमों ने राहत और बचाव कार्य के दौरान गाड़ियों को काट-काट कर लोगों को बाहर निकाला और एंबुलेंस के जरिए उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. आग कई ट्रकों और गाड़ियों तक फैल गई थी. चश्मदीदों ने बताया और सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया कि कैसे लोग जिंदा तक जल गए हैं. गाड़ियों में बैठे लोग, जो भाग नहीं सके, उनके जिंदा जल जाने की खबर है. 

हादसा और भी भयानक हो सकता था
दरअसल, इस हादसे की चपेट में एक दूसरे ट्रक का ऊपरी भाग पूरी तरह से जल गया. हालांकि, फायर डिपार्टमेंट की टीम ने आग बुझा दी. जब उसे काट कर देखा गया तो उसमें माचिस की तीलियों से भरे डब्बे रखे थे. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर इस ट्रक में आग लग जाती तो नुकसान और भी ज्यादा हो सकता था. पानी की बौछारें मार कर उसे ठंडा किया गया और फिर क्रेन से काटा गया. इसके अलावा, केमिकल से भरे कंटेनर भी घटनास्थल पर मौजूद थे. अगर ये कंटेनर भी आग के संपर्क में आ जाते तो हादसा और भयावह हो सकता था. फिलहाल, माचिस से भरे ट्रक को तोड़ कर उसे खाली किया जा गया है. 

इतना ही नहीं, घटनास्थल के ठीक सामने पेट्रोल पंप भी है. अगर आग वहां तक पहुंच जाती तो विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल हो जाता. 

सीएम भजनलाल शर्मा ने की हर संभव मदद की बात
मामला संज्ञान में आते ही राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और मौके का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी अस्पतालों में मेडिकल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस हादसे के पीड़ितों का इलाज तुरंत किया जाए. हादसा एकदम सुबह हुआ. जब उन्हें जानकारी मिली तो तुरंत अस्पताल गए और पीड़ितों के हाल की जानकारी ली. इस मामले में सरकार पूरी तरह से जांच करेगी और पीड़ितों का इलाज कराएगी. सरकार की ओर से जैसे सहयोग की भी जरूरत होगी, सब किया जाएगा. वहीं, सीएम ने कहा कि ऐसे हादसों को रोका कैसे जाए इसको लेकर भी सरकार विचार करेगी.

इसके अलावा, राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि यह हादसा जिस तरह से हुआ, बेहद दुखद है. कई मौतें हो चुकी हैं और कई अस्पताल में भर्ती हैं. सीएम भजनलाल शर्मा खुद अस्पताल जाकर व्यवस्थाएं संभाल कर आए हैं. चिकित्सा मंत्री भी अस्पताल में मौजूद हैं. 

पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान
भांकरोटा हादसे को लेकर राज्य सरकार ने सहायता राशि की घोषणा की है. सरकार द्वारा मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने का निर्णय लिया गया है. इसके अतिरिक्त, घायलों के समुचित और त्वरित उपचार को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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