
मशहूर तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन, संगीत जगत को दिया अमर विरासत
मुंबई: भारतीय संगीत जगत के मशहूर तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनकी असाधारण लयकारी और वैश्विक प्रभाव ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।
साल 1951 में मुंबई में जन्मे ज़ाकिर हुसैन, प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद अल्ला रखा के पुत्र थे। मात्र 3 वर्ष की उम्र से उन्होंने तबला वादन की शिक्षा लेनी शुरू की और 12 वर्ष की उम्र में अपना पहला सार्वजनिक प्रदर्शन दिया। उनकी कड़ी मेहनत और नवाचार ने तबले को एक प्रमुख वाद्य यंत्र के रूप में स्थापित किया।
ज़ाकिर हुसैन का संगीत योगदान कई शैलियों तक फैला रहा। उन्होंने विश्व संगीत को नए आयाम दिए। शक्ति बैंड में जॉन मैकलॉफलिन के साथ उनकी जुगलबंदी और ग्रैमी अवॉर्ड विजेता प्लैनेट ड्रम जैसे प्रोजेक्ट्स ने भारतीय संगीत को जैज़, रॉक और विश्व संगीत से जोड़ा।
उन्हें पद्म श्री (1988), पद्म भूषण (2002), ग्रैमी अवॉर्ड, और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार जैसे कई सम्मान मिले। उन्होंने नई पीढ़ी के कलाकारों को प्रेरित किया और भारतीय संगीत के वैश्विक दूत के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी।
उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है, लेकिन उनकी लय, नवाचार और संगीत में योगदान सदा के लिए अमर रहेगा।