गलता तीर्थ में किया “सामूहिक तर्पण”- बंगलादेश में निर्दोष हिन्दूओ पर हुए सामूहिक अत्याचार में हताहत हुए हिंदू परिवारों की आत्मा शांति के लिए

जयपुर में बांग्लादेश में मारे गए निर्दोष हिंदू परिवारों की आत्मा की शांति के लिए गलता तीर्थ में बुधवार को सामूहिक तर्पण किया गया।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर वहां के बहुसंख्यक मुसलमानों द्वारा किए गए अत्याचारों के कारण अब तक लगभग डेढ़ लाख निर्दोष हिंदू मारे जा चुके हैं। इन हत्याओं के चलते पीड़ित परिवारों का कोई भी सदस्य जीवित नहीं बचा है।

इन मृतक हिंदू परिवारों की आत्मा की शांति के उद्देश्य से “सर्व हिंदू समाज” द्वारा पवित्र गलता तीर्थ में धार्मिक परंपराओं के अनुसार तर्पण का आयोजन किया गया। इस अनुष्ठान में गलता सरोवर के किनारे पंडितों ने विशेष पूजा विधियों के तहत मृतक आत्माओं की शांति के लिए तर्पण किया।

2 thoughts on “गलता तीर्थ में किया “सामूहिक तर्पण”- बंगलादेश में निर्दोष हिन्दूओ पर हुए सामूहिक अत्याचार में हताहत हुए हिंदू परिवारों की आत्मा शांति के लिए

  1. बांग्लादेश में राजनीतिक ऊहापोह के बीच हिंदू परिवारों पर हो रहे सामूहिक अत्याचार का भारत के प्रधानमंत्री ने जो पुरज़ोर विरोध दर्ज कार्य है वो सराहनीय परन्तु इससे भी आगे बढ़कर बांग्लादेशी हिंदू परिवारों की सुरक्षा निश्चित हो ऐसा प्रबंध अतिशीघ्र किया जाना चाहिए जिसके लिये भारत को कड़े कदम उठाने की आवशयता है

  2. भारत सरकार को शीघ्रातिशीघ्र निम्न कदम उठाने चाहिए कानूनी कार्रवाई और न्याय व्यवस्था: सरकार को बांग्लादेश में अत्याचार के दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करवाने की कोशिश की जानी चाहिए।

    बांग्लादेश में रह रहे हिंदू की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करवाने के लिये बांग्लादेश सरकार से तुरंत बात करनी चाहिए : हिंसा वाले क्षेत्रों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जानी चाहिए।

    सामाजिक और आर्थिक सहायता: बांग्लादेशी हिंदू पीड़ित समुदायों को राहत और पुनर्वास की योजनाएं प्रदान करवाणी चाहिए। इस प्रकार की सहायता से प्रभावित लोगों की जीवन-यापन की स्थिति में सुधार होगा और वे हिंसा से बाहर निकलने में सक्षम होंगे।

    मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय निगरानी: सरकार को स्वतंत्र मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को अत्याचारों की रिपोर्टिंग और निगरानी करने की अनुमति देनी चाहिए। इस प्रकार की निगरानी से दबाव बनाने और मानवाधिकार उल्लंघनों को उजागर करने में मदद मिलती है।

    अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: बांग्लादेश को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संगठनों से समर्थन प्राप्त करना चाहिए, जिनके माध्यम से तकनीकी, वित्तीय और मानवाधिकार संबंधी सहयोग प्राप्त किया जा सकता है।

    इन कदमों से बांग्लादेश में सामूहिक अत्याचारों को रोकने और सामाजिक सौहार्द स्थापित करने में मदद मिल सकती है।

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